राजनांदगांव पुलिस ने 14 लाख रुपये की डकैती के मामले को 12 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। इस मामले में हैरान करने वाला खुलासा हुआ कि डकैती की रिपोर्ट दर्ज कराने वाला मैनेजर ही इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड निकला।
यह घटना मारुति पेट्रोल पंप घोरटलाव के मैनेजर राजाराम बिसनोई द्वारा दर्ज कराई गई थी। उन्होंने 14 लाख रुपये की नकदी लूट की शिकायत की थी। पुलिस की जांच में यह सामने आया कि मैनेजर ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।
राजाराम बिसनोई, पिता श्री शिव कुमार बिसनोई, पिछले 11 महीनों से मारुति पेट्रोल पंप घोरटलाव में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। 27 मई 2024 को उन्होंने पुलिस को बताया कि वह हर सप्ताह पेट्रोल पंप की बिक्री राशि को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, राजनांदगांव में जमा करते हैं। शनिवार और रविवार को छुट्टी होने के कारण उन्होंने पैसे बैंक में जमा नहीं किए थे। 27 मई 2024 को सुबह 9.50 बजे उन्होंने 14 लाख 1 हजार रुपये को एक काले बैग में भरकर अपनी हीरो मोटरसाइकिल नंबर CG-08-AB-4413 से बैंक जाने के लिए निकले।
उन्होंने बताया कि जब वे चिचोला के पास पंचोली बायोडीजल पेट्रोल पंप के पास पहुंचे, तो एक सफेद ब्रेजा कार, जिसमें तीन लोग बैठे थे, ने उनकी मोटरसाइकिल को रोक दिया और उन पर चाकू से हमला कर उनके बैग को लूट लिया। इसके बाद उन्होंने मोटरसाइकिल की चाबी भी ले ली और फरार हो गए।
पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की। पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग और आईजी श्री दीपक झा के निर्देश पर कई टीमों का गठन किया गया। तकनीकी समर्थन और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से जांच में पाया गया कि राजाराम बिसनोई लगातार गलत जानकारी दे रहे थे। सख्त पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने अपने दो साथियों सोमेश सिन्हा और शेख इमामुद्दीन के साथ मिलकर नकली डकैती की योजना बनाई थी।
पुलिस ने 13,40,000 रुपये नकद, एक स्विफ्ट कार और अपराध में उपयोग किए गए चाकू को बरामद कर लिया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इन पर अपराध संख्या 121/24 धारा 341, 394, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है।