रायपुर पुलिस ने अपराध नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए ‘ऑपरेशन समाधान’ के तहत शनिवार तड़के सुबह 4:00 बजे व्यापक छापेमारी अभियान चलाया। इस कार्यवाही में रायपुर पुलिस की अनुभाग स्तरीय, थाना स्तरीय, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट सहित साइबर विंग टीम के कुल 350 पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया।
🔹 बड़े पैमाने पर छापेमारी और तस्दीकी अभियान
अभियान के तहत 14 अलग-अलग राज्यों से आए कुल 2013 संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान और तस्दीकी की गई। इनमें से 224 बाहरी व्यक्तियों पर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की गई, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे किसी अवैध गतिविधि में शामिल न हों।
🔹 साइबर अपराध पर सख्ती: 200 संदिग्ध मोबाइल नंबर डी-एक्टिवेट
इस अभियान के दौरान पुलिस ने लगभग 200 संदिग्ध मोबाइल नंबरों को डी-एक्टिवेट कराया, जिससे किसी भी तरह की धोखाधड़ी या साइबर अपराध को रोका जा सके। साथ ही, कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के आधार कार्ड पते की पुष्टि के लिए संबंधित थानों को पत्र भेजे गए हैं ताकि उनकी वास्तविक पहचान और गतिविधियों की जांच की जा सके।
🔹 अपराध रोकथाम और सुरक्षा की दिशा में अहम कदम
‘ऑपरेशन समाधान’ के तहत की गई यह कार्यवाही रायपुर पुलिस द्वारा अपराध पर नियंत्रण और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह के अभियान चलाए जाएंगे ताकि शहर में अपराधियों और संदिग्ध गतिविधियों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके।
🚔 रायपुर पुलिस की इस त्वरित और सख्त कार्रवाई से अपराधियों में हड़कंप मच गया है और शहर की सुरक्षा को और मजबूत किया गया है।