मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर स्थित अपने निवास परिसर से दृष्टि एवं श्रवण बाधित बच्चों के लिए दो विशेष बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह बसें रायपुर और बिलासपुर में स्थित शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधित विद्यालयों में अध्ययनरत डे-स्कॉलर बच्चों को प्रतिदिन उनके घरों से स्कूल और वापस स्कूल से घर तक निःशुल्क, सुरक्षित और सम्मानजनक परिवहन सुविधा प्रदान करेंगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि यह पहल न केवल विशेष बच्चों के लिए सुगम और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करेगी, बल्कि उनके आत्मविश्वास, शिक्षा की निरंतरता और सामाजिक समावेश को भी मजबूती प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा तक निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है, और इस दिशा में लगातार ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। यह बस सेवा सिर्फ परिवहन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह विशेष बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाला एक संवेदनशील और दूरदर्शी कदम है।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से यह बात कही कि जब दोनों माता-पिता कार्यरत हों, तब बच्चों की दैनिक आवाजाही उनके लिए बड़ी चिंता का विषय होती है। यह नई सेवा ऐसे माता-पिता के लिए भी बड़ी राहत लेकर आएगी और उन्हें मानसिक शांति प्रदान करेगी कि उनका बच्चा सुरक्षित हाथों में स्कूल तक पहुंचेगा और वापस लौटेगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षा तक पहुंच प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार है और सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी बच्चा शारीरिक बाधाओं के कारण शिक्षा से वंचित न रहे।
उल्लेखनीय है कि रायपुर और बिलासपुर के सैकड़ों दृष्टि एवं श्रवण बाधित बच्चों को अब प्रतिदिन स्कूल जाने के लिए यह सम्मानजनक और सुरक्षित बस सेवा उपलब्ध होगी। इससे न केवल उनके लिए शिक्षा की राह सरल होगी, बल्कि वे समाज की मुख्यधारा से भी सहज रूप से जुड़ पाएंगे।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक श्री भूलन सिंह मरावी, समाज कल्याण विभाग की संचालक श्रीमती रोक्तिमा यादव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने इस नवाचार की सराहना करते हुए इसे एक सकारात्मक और संवेदनशील पहल बताया, जो बच्चों के भविष्य को एक नई दिशा प्रदान करेगी।