विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण के लिए शिक्षा सबसे अहम है। यदि स्कूली शिक्षक लक्ष्य का निर्धारण करते हुए और संकल्प लेते हुए बच्चों को मन से पढ़ायेंगे तो निश्चित ही हमारे बच्चे प्रदेश के नाम को गौरवांवित करेंगे। यह बात महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सूरजपुर के जिला स्तरीय शाला प्रवेश कार्यक्रम में कही।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के संदेश से की गई। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों, पालकों और शिक्षकों का स्वागत किया और उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने शिक्षा के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला और कहा कि शिक्षा ही बच्चों के उज्जवल भविष्य की कुंजी है।
नवप्रवेशी विद्यार्थियों का स्वागत
कार्यक्रम में नवप्रवेशी विद्यार्थियों का स्वागत तिलक लगाकर और मिष्ठान खिलाकर किया गया। कस्तूरबा गांधी की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया, जिससे माहौल और भी हर्षोल्लासपूर्ण हो गया।
शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार
सूरजपुर जिले में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवाचार और विकास के बिंदुओं का प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शन किया गया। इसमें विभिन्न गतिविधियों और नई पहलों की संक्षिप्त झलकियां प्रस्तुत की गईं।
सम्मान और पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया गया और उन्हें इलेक्ट्रॉनिक टैबलेट प्रदान करने की घोषणा की गई। इसके अलावा दिव्यांग बच्चों को सामग्री वितरण और बालिकाओं को सरस्वती योजना के अंतर्गत साइकिल प्रदान की गई।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में पूर्व गृहमंत्री श्री रामसेवक पैकरा, श्री राजेश अग्रवाल, श्री अजय अग्रवाल, श्री बिहारी कुलदीप, श्री लवकेश पैकरा, श्री बिज्जु दासन, श्री राजेश्वर तिवारी, संभागायुक्त श्री गोविंद राम चुरेंद्र, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू, जिला शिक्षा अधिकारी श्री रामललित पटेल, जिला मिशन समन्वयक श्री शशिकांत सिंह, सहायक संचालक शिक्षा श्री रविन्द्र देव सिंह एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।