बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस ने 48 घंटे के भीतर किन्नर काजल की हत्या के सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह घटना 18 नवंबर 2024 को सामने आई थी, जब ग्राम ढाबाडीह के पास एक बंद पड़े पत्थर खदान में काजल किन्नर का शव पाया गया। हत्या धारदार हथियार चाकू से की गई थी, और शव के पास डेढ़ लाख रुपये नगद बरामद हुए थे।
हत्या का कारण और षडयंत्र:
जांच में खुलासा हुआ कि काजल किन्नर की हत्या का कारण मठ की प्रमुख बनने को लेकर आपसी विवाद था। मुख्य आरोपी तपस्या किन्नर उर्फ मोहम्मद इमरान भोईर ने मठ प्रमुख बनने की राह में सबसे बड़ी चुनौती काजल को समझा। उसने काजल को रास्ते से हटाने के लिए 12 लाख रुपये में सुपारी देकर हत्या की साजिश रची।
घटनाक्रम:
तपस्या किन्नर ने काजल को डेढ़ लाख रुपये का लालच देकर घटनास्थल पर बुलाया। वहां पहले से मौजूद सुपारी किलर ने चाकू से उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने जांच में घटना से जुड़े सभी सबूत जुटाए और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों से बरामद सामग्रियां:
- हत्या में प्रयुक्त धारदार चाकू
- 10,50,000 रुपये नगद
- एक आर्टिका कार
- एक मोटरसाइकिल
गिरफ्तार आरोपियों के नाम:
- तपस्या किन्नर उर्फ मोहम्मद इमरान भोईर (36 वर्ष)
- निशा श्रीवास किन्नर (51 वर्ष)
- हिमांशु बंजारे (28 वर्ष)
- कुलदीप कुमार कुरील (29 वर्ष)
- अंकुश चौधरी (28 वर्ष)
पुलिस का बयान:
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस मामले को चुनौतीपूर्ण बताते हुए कहा कि यह सफलतापूर्वक सुलझाने से बलौदाबाजार पुलिस की तत्परता और कुशलता सिद्ध हुई है। सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला दर्शाता है कि आपसी महत्वाकांक्षा और व्यक्तिगत विवाद कैसे घातक परिणाम दे सकते हैं। पुलिस ने इस प्रकरण को 48 घंटे में सुलझाकर एक मिसाल पेश की है।