कबीरधाम जिले में 17वीं बटालियन छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (CAF) के सरेखा स्थित मुख्यालय कैंप से इंसास रायफल, 20 राउंड कारतूस और मैगजीन चोरी करने के आरोपी आरक्षक नरोत्तम रात्रे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला 03 नवंबर 2024 को सामने आया था, जब चोरी की घटना के बाद कैंप में हड़कंप मच गया।
आरोपी नरोत्तम रात्रे, जो वर्तमान में चिकपाल कैंप, थाना कटेकल्याण, जिला दंतेवाड़ा में पदस्थ था, ने इस घटना को अंजाम दिया। आरोपी का स्थायी निवास ग्राम धाबाडीह, थाना लवन, जिला बलौदाबाजार है। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ऑनलाइन जुआ सट्टा खेलने का आदी था और उस पर लगभग 4 लाख रुपये का कर्ज था। कर्ज चुकाने के लिए उसने यह अपराध करने की योजना बनाई।
चोरी से पहले, आरोपी ने एक महीने का अवकाश लिया और सरेखा कैंप में रहते हुए पूरी घटना की रेकी की। 03 नवंबर की शाम आरोपी चोरी-छिपे कैंप में घुसा और गार्ड रूम से इंसास रायफल, मैगजीन और 20 राउंड कारतूस चुरा लिए। घटना के बाद थाना कवर्धा में अपराध क्रमांक-689/2024, धारा 331(2), 305(ड.) BNS 2023 IPC के तहत मामला दर्ज किया गया।
चोरी के तीन हफ्ते बाद, आरोपी ने पीड़ित जवान से फिरौती की मांग शुरू की। उसने फर्जी सिम और मोबाइल का उपयोग करते हुए 10 लाख रुपये की मांग की और पैसे न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इसके आधार पर थाना कवर्धा में अपराध क्रमांक-752/2024, धारा 308(2) BNS 2023 दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के निर्देश पर विशेष जांच टीम गठित की गई, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल, एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी, थाना प्रभारी लालजी सिन्हा और साइबर सेल के अधिकारी शामिल थे। टीम ने आरोपी द्वारा इस्तेमाल किए गए नंबरों और फर्जी सिम की जांच की। फर्जी सिम उपलब्ध कराने वाले आरोपी के साथी सुकित केसरवानी को भी गिरफ्तार किया गया।
आरोपी की निशानदेही पर चोरी की गई इंसास रायफल, 20 राउंड कारतूस और मैगजीन बरामद कर ली गई। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने मामले की त्वरित जांच और कार्रवाई के लिए सभी अधिकारियों की सराहना की और कहा कि इस जटिल मामले में पुलिस की तत्परता और सटीक जांच ने सफलता दिलाई।