34 वर्षीय प्रबंधक की आत्महत्या: पत्नी, परिवार और जज पर गंभीर आरोप, एफआईआर दर्ज
बेंगलुरु। 34 वर्षीय एक प्राइवेट फर्म के डिप्टी जनरल मैनेजर, अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में उनकी पत्नी, ससुराल पक्ष और एक न्यायाधीश पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर अतुल के भाई बिकास कुमार की शिकायत पर मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।
आरोप और एफआईआर की जानकारी
एफआईआर में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया, और साले के चाचा सुशील सिंघानिया को आरोपी बनाया गया है। शिकायत में कहा गया है कि तलाक के बाद इन लोगों ने अतुल पर झूठे आरोप लगाकर 3 करोड़ रुपये की मांग की।
आत्महत्या का कारण
बिकास कुमार का आरोप है कि उनकी पत्नी ने अपने बेटे से मिलने के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी। उत्पीड़न और मानसिक तनाव के चलते अतुल ने यह कदम उठाया। आत्महत्या से पहले लिखे गए 24 पन्नों के नोट में अतुल ने अपनी परेशानी और न्याय की गुहार लगाई।
आत्महत्या का घटनाक्रम
पुलिस के मुताबिक, सोमवार सुबह 6:00 बजे पुलिस को घटना की जानकारी मिली। बेंगलुरु के मंजनाथा लेआउट में स्थित डेलफिनियम रेजीडेंसी के फ्लैट में अतुल का शव पंखे से लटका मिला। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर जाकर शव बरामद किया।
आरोप और वीडियो
अतुल ने अपने नोट और वीडियो में पत्नी और ससुराल वालों के साथ एक जज और अदालत के एक अधिकारी पर भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जज ने उनकी बात नहीं सुनी और अधिकारी ने घूस ली।
भाई और दोस्तों की प्रतिक्रिया
अतुल के भाई बिकास ने कहा, “मेरे भाई ने अपनी पत्नी के लिए सब कुछ किया, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। मैं सरकार से न्याय की अपील करता हूं।” अतुल के दोस्त जैक्सन ने कहा कि उनके खिलाफ 9 मामले दर्ज किए गए थे, जिससे वे मानसिक तनाव में थे।
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर धारा 108 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है और पुलिस ने इसे गंभीरता से लेने की बात कही है।
आत्महत्या से पहले का संदेश
अतुल ने अपने माता-पिता को अपने बेटे की कस्टडी दिलाने की अपील की है और अपने अस्थियों को न्याय मिलने तक गंगा में प्रवाहित न करने का अनुरोध किया है।