रायगढ़, 19 दिसंबर।
खरसिया के शुभम लॉज के बाहर खड़ी दो वाहनों को आग के हवाले करने के मामले में रायगढ़ पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। यह घटना पुरानी रंजिश के चलते अंजाम दी गई थी। मुख्य आरोपी अनिश अग्रवाल (24 वर्ष) ने अपने साथियों अमृत ठाकुर (20 वर्ष) और आकाश सूर्यवंशी (24 वर्ष) के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया।
क्या है मामला:
16 दिसंबर 2024 की रात प्रार्थी केशव छपारिया की रिपोर्ट के अनुसार, शुभम लॉज के बाहर खड़ी उनकी हीरो मेस्ट्रो स्कूटी और लॉज में ठहरे गुरदीप सिंह की हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल को किसी ने रात करीब 12:20 बजे आग लगा दी। इस घटना में दोनों वाहन पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए, जिनकी कुल कीमत ₹1,15,000 आंकी गई। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 324 (5), बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
कैसे हुआ खुलासा:
एसपी दिव्यांग कुमार पटेल ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीओपी खरसिया प्रभात कुमार पटेल के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की। टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और साइबर सेल की मदद से संदिग्धों के मोबाइल लोकेशन का विश्लेषण किया। जांच में मुख्य आरोपी अनिश अग्रवाल का लोकेशन खरसिया के आसपास पाया गया।
पुलिस ने उसे बेमेतरा से हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपने साथियों अमृत ठाकुर और आकाश सूर्यवंशी का नाम उजागर किया। दोनों को उनके गृह ग्रामों से गिरफ्तार किया गया।
वारदात का कारण:
पूछताछ में मुख्य आरोपी अनिश अग्रवाल ने बताया कि प्रार्थी से रकम और सामान वापस न मिलने की रंजिश में उसने यह साजिश रची। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर स्कूटी में पेट्रोल डालकर आग लगाई, ताकि बड़ा नुकसान हो सके।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई बेलेनो कार, घटनास्थल पर पहने गए कपड़े और जूते जब्त किए। साथ ही, घटना का री-क्रिएशन भी कराया गया। तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 326 (छ), 3(5) बीएनएस की धाराएं जोड़ी गई हैं।
गिरफ्तार आरोपी:
- अनिश अग्रवाल: पिता सुनील अग्रवाल (24 वर्ष), निवासी नांदघाट, जिला बेमेतरा।
- अमृत ठाकुर: पिता संतोष ठाकुर (20 वर्ष), निवासी नांदघाट, जिला बेमेतरा।
- आकाश सूर्यवंशी: पिता बैशाखू सूर्यवंशी (24 वर्ष), निवासी चिंगराजपारा, बिलासपुर।
पुलिस टीम की सराहना:
एसपी दिव्यांग कुमार पटेल और एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के निर्देशन में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इसमें एसडीओपी प्रभात कुमार पटेल, निरीक्षक कुमार गौरव साहू, उप निरीक्षक संजय नाग और अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के अपराधों को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।