तकनीकी विशेषज्ञ अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा और भाई अनुराग को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी अतुल द्वारा आत्महत्या से पहले निकिता और उनके परिवार पर उत्पीड़न और उगाही के गंभीर आरोप लगाने के बाद हुई। निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया, जबकि उनकी मां और भाई को इलाहाबाद से हिरासत में लिया गया। इस मामले में उनके चाचा सुशील सिंघानिया फरार हैं।
सिंघानिया परिवार को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले बेंगलुरु पुलिस ने उन्हें तीन दिनों के भीतर पेश होने का नोटिस दिया था।
अतुल सुभाष, जो बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले थे, का शव बेंगलुरु स्थित उनके फ्लैट में पाया गया। पुलिस को उनके घर से 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 80 मिनट का वीडियो मिला, जिसमें उन्होंने विस्तार से अपनी पीड़ा बयान की। उन्होंने नोट की शुरुआत “न्याय का इंतजार है” वाक्य से की थी।
शादी और विवाद का इतिहास:
अतुल ने 2019 में एक मैट्रीमोनियल वेबसाइट के जरिए निकिता से शादी की थी। 2020 में उनके एक बेटे का जन्म हुआ। लेकिन, अतुल ने आरोप लगाया कि निकिता और उनका परिवार उनसे बड़ी रकम की मांग करता था। जब उन्होंने इनकार किया तो निकिता 2021 में बेटे को लेकर घर छोड़कर चली गईं।
2022 में निकिता ने अतुल और उनके परिवार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमे दर्ज कराए, जिनमें महिला उत्पीड़न, दहेज प्रताड़ना और हत्या जैसे आरोप शामिल थे। हालांकि, उनके पिता की मौत के लिए अतुल के परिवार पर लगाए गए दहेज उत्पीड़न का मामला बाद में वापस ले लिया गया।
आरोप और आत्महत्या:
अतुल ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि निकिता और उनका परिवार उन्हें परेशान करने और बड़ी रकम उगाहने के लिए मुकदमेबाजी कर रहे थे। उन्होंने लिखा कि निकिता ने ₹3 करोड़ की मांग की थी और अदालत ने उन्हें ₹80,000 मासिक भरण-पोषण के लिए भुगतान करने का आदेश दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि निकिता उनसे बेटे से मिलने के लिए पैसे मांगती थीं।
अतुल ने न्यायिक प्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए लिखा, “जितना मैं मेहनत करता हूं, उतना ही मुझे और मेरे परिवार को परेशान किया जाता है। अब मेरे जाने के बाद, कोई पैसा नहीं होगा और मेरे माता-पिता और भाई को परेशान करने का कोई कारण नहीं रहेगा।”
पुलिस कार्रवाई:
अतुल के भाई बिकास कुमार ने निकिता, उनकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा सुशील सिंघानिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया। अतुल के परिवार ने दावा किया कि कानूनी लड़ाई के चलते अतुल को बेंगलुरु और जौनपुर के बीच 40 बार यात्रा करनी पड़ी, जिससे वह गंभीर तनाव में थे।
निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया ने आरोपों को निराधार बताते हुए अपनी बेगुनाही का दावा किया है। पुलिस मामले की जांच जारी रखे हुए है।