जिला गरियाबंद के थाना मैनपुर क्षेत्र अंतर्गत कुल्हाडीघाट भालूडीग्गी पहाड़ी के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच चल रही मुठभेड़ में अब तक 14 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। इनमें महिला और पुरुष नक्सली शामिल हैं। सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से 14 ऑटोमैटिक और अन्य हथियार, इंसास और एसएलआर राइफल सहित भारी मात्रा में नक्सली सामग्री भी जब्त की है।
मुठभेड़ 19 जनवरी 2025 को शुरू हुई और अब तक जारी है। यह मुठभेड़ उड़ीसा स्टेट कमेटी के धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़ा डिवीजन के एसडीके एरिया कमेटी और इंदागांव एरिया कमेटी के माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत हुई।
घटनाक्रम का विवरण:
सुरक्षा बलों को कुल्हाडीघाट क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिलने पर ई-30 गरियाबंद, कोबरा-207, सीआरपीएफ-65 और 211 बटालियन तथा एसओजी नुआपाड़ा (ओडिशा) की संयुक्त टीम सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना हुई। 19 जनवरी को सुबह 10 बजे नक्सलियों ने घात लगाकर सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की।
लगभग 36 घंटे तक चली इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने बढ़ते दबाव के चलते नक्सलियों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। मुठभेड़ स्थल पर तलाशी अभियान में सेंट्रल कमेटी के सदस्य और उनकी प्रोटेक्शन टीम सहित 14 नक्सलियों के शव बरामद हुए।
घायल जवानों का इलाज जारी:
मुठभेड़ के दौरान कोबरा-207 बटालियन के आरक्षक नीरज कुमार वर्मा और एसओजी नुआपाड़ा के आरक्षक धर्मेंद्र भोई घायल हो गए। दोनों जवानों को बेहतर उपचार के लिए श्री नारायणा अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए नक्सलियों और बरामद सामग्रियों की पहचान के लिए जिला मुख्यालय में प्रक्रिया जारी है। इस अभियान में सुरक्षाबलों की यह बड़ी सफलता नक्सल विरोधी प्रयासों को और मजबूती प्रदान करेगी।