इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर का 10वां दीक्षांत समारोह भव्य आयोजन के साथ संपन्न हुआ, जिसमें शैक्षणिक वर्ष 2022-23 और 2023-24 के 4200 छात्र-छात्राओं को स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। इस अवसर पर 16 स्वर्ण, 18 रजत और 4 कांस्य पदक मेधावी विद्यार्थियों को दिए गए। समारोह में राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, कृषि मंत्री रामविचार नेताम और इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक डॉ. वांगा शिवा रेड्डी विशेष रूप से उपस्थित थे।
राज्यपाल रमेन डेका ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से युवा कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। कृषि को आत्मनिर्भरता का आधार बताते हुए उन्होंने डॉ. एमएस स्वामीनाथन के योगदान का उल्लेख किया और कहा कि खाद्य सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए नवाचार और वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग जरूरी है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन में युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में कृषि क्षेत्र की बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार कृषि विकास के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और राज्य को कृषि नवाचारों के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है।
समारोह में कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा अब तक 160 से अधिक फसलों की किस्में विकसित की गई हैं। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए भी शोध कार्य किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय के अनुसंधान केंद्रों के वैज्ञानिक कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों की आय में वृद्धि के लिए सतत प्रयासरत हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्रबंध मंडल, विद्या परिषद के सदस्यगण, प्राध्यापक, वैज्ञानिक, पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी और उनके परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।