छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा में पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट प्रदेश के समावेशी विकास को नई गति देने वाला है। उन्होंने कहा कि धान के कटोरे की चमक बनाए रखने के साथ ही छत्तीसगढ़ को इंडस्ट्रियल और आईटी हब के रूप में विकसित करने की ठोस नींव रखी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रशासनिक सुधारों को लागू कर आर्थिक और अधोसंरचना विकास को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य को बदहाल राजकोषीय स्थिति और कुशासन की विरासत मिली थी, जिसे सुधारकर अब विकास की नई राह तैयार की जा रही है।
इस बार का बजट “ज्ञान के लिए गति” थीम पर आधारित है, जिसमें सुशासन, तकनीकी नवाचार, औद्योगिक विस्तार और बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा दिया गया है। रायपुर-दुर्ग मेट्रो परियोजना के सर्वे, 700 करोड़ की औद्योगिक सब्सिडी, 1500 करोड़ की सिंचाई परियोजनाएं और 12 नए इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों की स्थापना इस बजट के मुख्य आकर्षण हैं।
मुख्यमंत्री साय ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उनके जन्म शताब्दी वर्ष को “अटल निर्माण वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में औद्योगिक और बुनियादी ढांचे की जरूरतों को पूरा करने के लिए नई औद्योगिक नीति लागू की गई है, जिससे स्टार्टअप्स और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
बजट के मुख्य बिंदु:
- रायपुर-दुर्ग मेट्रो परियोजना का सर्वेक्षण होगा
- 12 नए इंजीनियरिंग और 12 पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले जाएंगे
- 700 करोड़ रुपये की औद्योगिक सब्सिडी दी जाएगी
- 1500 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजनाएं प्रस्तावित
- 26,000 करोड़ रुपये से अधिक का पूंजीगत व्यय, जो 18% अधिक
मुख्यमंत्री ने कहा कि “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के सिद्धांत पर यह बजट तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बजट के जरिए छत्तीसगढ़ नई उड़ान भरेगा और राज्य को तेजी से विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने का मार्ग प्रशस्त होगा।