रायपुर, 1 मई 2025 — प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में मुस्लिम समाज के उत्थान हेतु उठाए जा रहे ऐतिहासिक कदमों की श्रृंखला में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को एक बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित वक्फ सुधार जनजागरण अभियान समिति द्वारा आयोजित व्याख्यान माला में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह अधिनियम मुसलमानों के विरुद्ध नहीं, बल्कि उनके विकास के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि नए अधिनियम के माध्यम से पिछड़े और गरीब तबके के मुसलमानों को मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा और वक्फ से जुड़ी गड़बड़ियों को दूर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कानून व्यापक विचार-विमर्श और विशेषज्ञों की सलाह के बाद लाया गया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि समाज में वक्फ कानून को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों से सतर्क रहने की आवश्यकता है, और मुस्लिम समाज को इस कानून के वास्तविक लाभों को समझना चाहिए। मुख्यमंत्री के अनुसार, यह संशोधन सभी मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा करता है और पारदर्शिता व न्याय सुनिश्चित करता है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में तेजी से परिवर्तन और सुधार की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने अनुच्छेद 370 के हटाने, ट्रिपल तलाक कानून के उन्मूलन और मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने जैसे उदाहरण देते हुए बताया कि मोदी सरकार का लक्ष्य हर वर्ग को सशक्त बनाना है। वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है, जो वक्फ बोर्ड की गड़बड़ियों को दूर कर वास्तविक लाभार्थियों तक सहायता पहुँचाने का कार्य करेगा।
डॉ. सिंह ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से 2013 में यूपीए सरकार द्वारा किए गए संशोधन से उत्पन्न विसंगतियों का विवरण दिया और यह बताया कि कैसे वर्तमान सरकार ने इन त्रुटियों को ठीक कर, एक पारदर्शी और न्यायपूर्ण व्यवस्था लागू की है। उन्होंने कहा कि अब वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग नहीं हो पाएगा और इसका सीधा लाभ समाज के जरूरतमंद लोगों को मिलेगा।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री राम विचार नेताम ने भी भाग लिया और उन्होंने कहा कि वक्फ कानून को लेकर जो भ्रांतियाँ फैलाई जा रही हैं, उन्हें दूर करने के लिए राज्य सरकार जिला एवं विकासखंड स्तर पर जनजागरण अभियान चलाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नए कानून की गहराई से जानकारी लें और उसके वास्तविक उद्देश्यों को समझें।
इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री शिवरतन शर्मा, धमतरी के महापौर श्री रामू रोहरा, छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सलीम राज समेत मुस्लिम समाज के अनेक प्रबुद्ध जन, बुद्धिजीवी, समाजसेवी एवं युवा बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में व्यापक संवाद हुआ और प्रतिभागियों ने अधिनियम से जुड़ी जिज्ञासाओं को खुलकर साझा किया।
व्याख्यान माला का आयोजन मुस्लिम समाज में जागरूकता बढ़ाने, भ्रमों को दूर करने और लोकतांत्रिक संवाद को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।