छत्तीसगढ़ में 76वें गणतंत्र दिवस का उत्सव गर्व और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की उपलब्धियों, विकास योजनाओं और जनकल्याणकारी पहलों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि हम एक स्वतंत्र और गणतांत्रिक देश में रहते हैं, जिसकी नींव हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माताओं ने रखी है।
इस वर्ष छत्तीसगढ़ राज्य अपनी स्थापना की रजत जयंती मना रहा है। मुख्यमंत्री ने इसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशती के साथ जोड़ते हुए “अटल निर्माण वर्ष” के रूप में मनाने की घोषणा की। उन्होंने अटल जी के समावेशी विकास और सुशासन के मंत्र को प्रदेश की तरक्की का आधार बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 68 लाख परिवारों को मुफ्त राशन, किसानों को 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान की कीमत और भूमिहीन कृषि मजदूरों को सालाना 10,000 रुपए देने जैसे कदम उठाए हैं। इसके साथ ही, 3 लाख नए आवास निर्माण की योजना बनाई गई है।
महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने “महतारी वंदन योजना” के तहत 70 लाख महिलाओं को हर महीने 1000 रुपए प्रदान करने की जानकारी दी। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। राज्य में नई शिक्षा नीति लागू कर 18 स्थानीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान की जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए चार नए मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के विस्तार की योजनाएं बनाई गई हैं।
डिजिटल गवर्नेंस के तहत ई-ऑफिस प्रणाली, सुगम एप, और अटल मॉनिटरिंग पोर्टल जैसी पहलें की गई हैं, जो प्रशासनिक पारदर्शिता को बढ़ावा देंगी। पर्यटन के क्षेत्र में बस्तर और सरगुजा में नई संभावनाएं तलाशने के साथ-साथ पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे मिल-जुलकर काम करें और 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने के सपने को साकार करें।