रायपुर, 24 जुलाई 2024 – भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि मां का स्थान सबसे ऊंचा होता है। मां हर कठिनाई सहकर भी अपने बच्चों का पालन पोषण करती है और उनका प्यार अनमोल होता है। इसी भावना को सम्मानित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत की है।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर (5 जून) को नई दिल्ली के बुद्ध जयंती पार्क में प्रधानमंत्री ने पीपल का पौधा लगाकर इस विशेष अभियान की शुरुआत की। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से आह्वान किया कि वे अपनी माताओं के प्रति प्रेम, आदर और सम्मान के प्रतीक के रूप में एक पेड़ लगाएं और धरती माता की रक्षा का संकल्प लें।
केंद्र और राज्य सरकार के विभाग भी इस अभियान के तहत सार्वजनिक स्थानों पर वृक्षारोपण करेंगे। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम भूमि क्षरण को रोकना, सूखे से निपटने की क्षमता विकसित करना और मरुस्थलीकरण को रोकना है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नवा रायपुर के अटल नगर स्थित जैव विविधता पार्क में पीपल का पौधा लगाकर इस अभियान का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा इस अभियान के तहत 4 करोड़ वृक्ष लगाए जाएंगे। इस अभियान में स्कूली बच्चे, आम नागरिक और जनप्रतिनिधि उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। शासकीय और अशासकीय संस्थाओं द्वारा जोर-शोर से पौधारोपण किया जा रहा है।
पेड़ों का महत्व अत्यधिक है क्योंकि वे ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, हवा की गुणवत्ता सुधारते हैं, जलवायु में सुधार करते हैं, जल संरक्षण करते हैं और वन्य जीवन का समर्थन करते हैं। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वृक्षारोपण ही एकमात्र उपाय है।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत इस साल सितंबर तक 80 करोड़ और मार्च 2025 तक 140 करोड़ पेड़ लगाने की योजना बनाई गई है। यह कार्य ‘संपूर्ण सरकार’ और ‘संपूर्ण समाज’ नीति के तहत किया जाएगा। ये पेड़ पूरे देश में व्यक्तियों, संस्थाओं, समुदाय आधारित संगठनों, केंद्र और राज्य सरकार के विभागों और स्थानीय निकायों द्वारा लगाए जाएंगे।