छत्तीसगढ़ सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2018 के परिणाम 6 साल बीतने के बाद भी जारी नहीं हो पाए हैं। इस विलंब के कारण प्रदेश के सैकड़ों युवा मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं। शादी के दबाव में युवतियां और 5 सालों से फिजिकल परीक्षा की तैयारी कर रहे युवकों को घरवालों के ताने सुनने पड़ रहे हैं।
अभ्यर्थियों के अनुसार, आमतौर पर किसी भी परीक्षा का इंटरव्यू होने के साथ ही उसी दिन परिणाम घोषित कर दिया जाता है, लेकिन सब इंस्पेक्टर परीक्षा के इंटरव्यू के एक साल बाद भी परिणाम जारी नहीं हुआ है। भाजपा नेताओं ने भी रिजल्ट जारी करने का वादा किया था, पर वह वादा पूरा नहीं हुआ है। परेशान होकर अभ्यर्थियों ने मंगलवार को राजधानी में मार्च निकालकर अपनी मांगे सरकार के सामने रखीं।
छत्तीसगढ़ में सब इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया 2018 के अंतर्गत चली आ रही है, जो अब अपने अंतिम परिणाम और नियुक्ति की ओर बढ़ रही है। सब इंस्पेक्टर भर्ती से संबंधित समस्त याचिकाओं की अंतिम सुनवाई 18 मार्च 2024 को हुई थी। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट की बेंच ने फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसे 20 मई 2024 को न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार व्यास द्वारा सुनाया गया।
हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा:
- मेन्स परीक्षा में पास हुए पुरुष अभ्यर्थियों में से 370 लोगों का 45 दिन के अंदर फिजिकल टेस्ट लिया जाए।
- 370 कैंडिडेट्स की सूची कालिंग के दिन से 90 दिन के अंदर नियुक्ति सहित भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए।
- सब इंस्पेक्टर भर्ती के रिजल्ट से संबंधित याचिकाओं के अलावा अन्य सभी याचिकाएं खारिज कर दी गईं। रूल के अनुसार अंतिम चयन सूची में प्लाटून कमांडर के पद में महिलाओं का चयन नहीं होगा।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि फिर से मेन्स परीक्षा नहीं होगी और अंतिम चयन सूची में महिला अभ्यर्थियों का प्लाटून कमांडर के पद में चयन नहीं किया जाएगा।
युवाओं की यह मांग है कि सरकार जल्द से जल्द परीक्षा परिणाम घोषित करे ताकि वे अपने भविष्य की योजना बना सकें और मानसिक तनाव से बाहर आ सकें।