रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. संतोष सिंह ने अपराध और नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कंट्रोल रूम में रात्रि अपराध समीक्षा बैठक की, जो देर रात तक चली। बैठक में जिले के सभी थाना प्रभारियों और राजपत्रित अधिकारियों को अचानक बुलाकर अपराधियों और नशे के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
अड्डेबाजों और बदमाशों पर सख्त रुख
एसएसपी ने कहा कि अड्डेबाजों, बदमाशों, लिस्टेड गुंडों और नशा करने वालों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाए। उन्होंने नशे के खिलाफ अभियान को और तेज करने पर जोर दिया, क्योंकि अधिकांश गंभीर अपराधों की जड़ में नशा शामिल होता है। सार्वजनिक स्थानों पर नशाखोरी और नशे में गाड़ी चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई कर ऐसे लोगों में भय पैदा करने की हिदायत दी गई।
आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए निर्देश
आदतन अपराधियों की जमानत निरस्त करने, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत मामले दर्ज करने, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने, जिला बदर और फरार अपराधियों की संपत्ति कुर्की कराने के सख्त निर्देश दिए गए। इसके अलावा, संवेदनशील इलाकों में लगातार पेट्रोलिंग और स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित करने पर जोर दिया गया।
प्रकरणों का त्वरित निपटारा
डॉ. सिंह ने अपराध घटित होने पर पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने दर्ज प्रकरणों का शीघ्र चालान करने के निर्देश दिए ताकि पीड़ितों को जल्द न्याय मिल सके। इस वर्ष के अंत तक लंबित अपराध मामलों को न्यूनतम करने की प्राथमिकता तय की गई।
गश्त और चेकिंग अभियान बढ़ाने के आदेश
एसएसपी ने गश्त के दौरान चेकिंग को बढ़ाने और संवेदनशील क्षेत्रों में अपराध नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता से अपराधियों में डर का माहौल बनाना जरूरी है।
यह कदम रायपुर जिले में अपराधों को नियंत्रित करने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।