रायगढ़, 4 फरवरी। पुलिस मुख्यालय रायपुर की तकनीकी सेल ने साइबर ठगी से जुड़ी बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये के लेन-देन में इस्तेमाल किए गए म्यूल बैंक खातों का खुलासा किया है। इन खातों का उपयोग साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि को जमा करने, खर्च करने और बढ़ाने के लिए किया जाता था।
इस संबंध में थाना चक्रधरनगर को पुलिस मुख्यालय से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर 59 बैंक खाताधारकों और अन्य संबंधितों के खिलाफ कल 3 फरवरी 2025 को अपराध क्रमांक 58/2025 के तहत धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111, 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है।
साइबर ठगी का नेटवर्क
जांच में सामने आया कि हेमंत मालाकार (निवासी बासनपाली, थाना पुसौर) स्थानीय लोगों से उनके बैंक खाते लेकर आर्य शुबल पटेल (निवासी बाझिनपाली, जूटमिल) को सौंपता था। इसके बाद, आर्य शुबल पटेल इन खातों को आगे साइबर ठगों को उपलब्ध कराता था। इस पूरे नेटवर्क में दोनों को भारी कमीशन मिलता था।
आरोपियों के खातों में लाखों का लेन-देन
साइबर सेल रायगढ़ की जांच में पाया गया कि—
- कौशल सिदार के खाते में एक बार में ₹1,00,000 जमा हुए।
- धनीचरण बरेठ के खाते में 14 बार में कुल ₹8,50,000 ट्रांसफर किए गए।
इन खाताधारकों को यह जानकारी थी कि यह धनराशि साइबर ठगी से प्राप्त की गई है। पूछताछ में चारों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
गिरफ्तार आरोपी:
- आर्य शुबल पटेल (31), निवासी बाझिनपाली, जूटमिल, रायगढ़।
- हेमंत मालाकार (25), निवासी बासनपाली, पुसौर, रायगढ़।
- कौशल सिदार (22), निवासी नंदेली, कोतरारोड़, रायगढ़।
- धनीचरण बरेठ (26), निवासी कुसमुरा, कोतरारोड़, रायगढ़।
रायगढ़ पुलिस की अपील
एसपी श्री दिव्यांग पटेल के मार्गदर्शन में साइबर सेल डीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा, निरीक्षक प्रशांत राव, थाना प्रभारी चक्रधरनगर, उप निरीक्षक गेंदलाल साहू, प्रधान आरक्षक संतोष कुर्रे एवं अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
रायगढ़ पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने बैंक खाते अनजान व्यक्तियों को न दें और म्यूल खातों के जाल में न फंसें। साइबर अपराधियों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा।