रायपुर, छत्तीसगढ़ – फरवरी 2025। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती जारी है और ताजा रुझानों के अनुसार, कांग्रेस को लगातार तीसरी बार शून्य सीटें मिल सकती हैं। शुरुआती दौर में बादली सीट से बढ़त बनाने वाली कांग्रेस अब सभी सीटों पर पीछे चल रही है।
दिल्ली में 15 साल तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस ने इस बार चुनाव में पूरी ताकत झोंकी थी। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने कई चुनावी सभाएँ कीं, लेकिन इसका कोई असर वोटिंग ट्रेंड्स में नजर नहीं आ रहा है। इससे पहले आए एग्जिट पोल्स ने भी कांग्रेस के लिए हैट्रिक ऑफ जीरो की भविष्यवाणी की थी।
2013 में कांग्रेस ने आखिरी बार दिल्ली विधानसभा में खाता खोला था, जब उसने 8 सीटें जीती थीं। तब कांग्रेस का वोट शेयर 24.55% था, जबकि भाजपा को 33.07% और आम आदमी पार्टी (AAP) को 29.49% वोट मिले थे। उस चुनाव में बीजेपी 31 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, लेकिन बहुमत से 5 सीटें दूर रह गई थी।
AAP बनाम BJP: कौन आगे?
दिल्ली में इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। शुरुआती रुझानों में बीजेपी 41 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि AAP 29 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया अपनी-अपनी सीटों से आगे चल रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी पीछे चल रही हैं। यदि AAP फिर से सत्ता में आती है, तो यह लगातार चौथी बार सरकार बनाएगी और कांग्रेस के 15 साल तक शासन करने के रिकॉर्ड को तोड़ देगी।
हालांकि, एग्जिट पोल्स ने पहले ही बीजेपी को बढ़त मिलने की संभावना जताई थी। यदि नतीजे इसी रुझान के अनुसार आते हैं, तो 1998 के बाद पहली बार दिल्ली में बीजेपी की सरकार बन सकती है। अब देखना यह होगा कि अंतिम नतीजों में किस पार्टी को बहुमत मिलता है और क्या कांग्रेस इस बार भी शून्य पर ही सिमट जाएगी।