भारत की जानी-मानी आईवियर यूनिकॉर्न कंपनी Lenskart अब शेयर बाजार में उतरने जा रही है — और वो भी करीब ₹70,000 करोड़ की चौंकाने वाली वैल्यूएशन के साथ। लेकिन इस ग्लैमरस IPO के पीछे कई ऐसे संकेत हैं जो सवाल उठाते हैं — क्या यह एक जीनियस बिजनेस मूव है या निवेशकों से खेला गया एक चालाक वित्तीय घोटाला?
📈 वैल्यूएशन का चमत्कार या भ्रम?
साल 2022 में Lenskart की वैल्यूएशन करीब $2.5 बिलियन थी, जो अब बढ़कर $8.3 बिलियन हो गई है। कंपनी ने लगातार दो साल (FY23, FY24) घाटा दिखाया, लेकिन IPO फाइलिंग से ठीक पहले FY25 की पहली तिमाही में ₹62 करोड़ का मुनाफा दिखाकर पूरी तस्वीर बदल दी।
सवाल यह है — क्या एक तिमाही का मुनाफा 3 गुना वैल्यूएशन को सही ठहराता है?
💸 पेयुष बंसल की टाइमिंग पर शक
CEO पेयुष बंसल ने जुलाई 2025 में ₹200 करोड़ का लोन लेकर शुरुआती निवेशकों से ₹52 प्रति शेयर की दर पर 4.27 करोड़ शेयर खरीदे। अब IPO की प्राइस ₹382–₹402 तय की गई है। यानी कुछ हफ्तों में ही उन्हें करीब 10 गुना लाभ होगा।
यह एक कानूनी लेकिन नैतिक रूप से संदिग्ध कदम है — खासकर तब जब खुदरा निवेशक इससे कई गुना अधिक कीमत चुकाने वाले हैं।
🧾 कौन निकाल रहा है फायदा?
इस IPO का बड़ा हिस्सा सेकेंडरी शेयरों से जुड़ा है, यानी मौजूदा निवेशक अपने हिस्से बेच रहे हैं। इसमें SoftBank, Temasek, Chiratae जैसे बड़े फंड्स अपनी हिस्सेदारी घटा रहे हैं।
नतीजा — यह IPO नए विकास के लिए नहीं, बल्कि पुराने निवेशकों के एक्जिट प्लान जैसा लगता है।
🧠 SEBI का रोल: चौकीदार या दर्शक?
भारतीय बाजार नियामक SEBI ने इस IPO को मंजूरी दी है, जबकि कंपनी में—
- लगातार घाटा रहा है
- वैल्यूएशन में असामान्य उछाल है
- संस्थापक ने IPO से पहले सस्ते में शेयर खरीदे
- पारदर्शिता की कमी है
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या SEBI केवल दस्तावेज़ देखने तक सीमित हो गया है?
🧨 निष्कर्ष: घोटाला या जीनियस चाल?
तकनीकी रूप से लेंसकार्ट का IPO अवैध नहीं है, लेकिन इसकी टाइमिंग, प्रोफिट रिपोर्टिंग और वैल्यूएशन ने इसे एक मास्टरक्लास फाइनेंशियल स्टोरीटेलिंग बना दिया है।
पेयुष बंसल ने अगर इसे रणनीति कहा जाए, तो यह जीनियस कदम है — लेकिन खुदरा निवेशकों के लिए यह एक हाई-रिस्क दांव साबित हो सकता है।
अगर SEBI ने इस तरह के IPO पर सख्ती नहीं दिखाई, तो भारतीय शेयर बाजार जल्द ही “वैल्यूएशन थिएटर” में बदल जाएगा — और उसका टिकट खरीदेंगे आम निवेशक।



