एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान की हार के बाद मैदान पर जो नज़ारा सामने आया उसने क्रिकेट इतिहास की सबसे अजीबोगरीब घटनाओं में जगह बना ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन नक़वी ने हार के बाद खेल भावना दिखाने के बजाय ट्रॉफी को लेकर ऐसा हंगामा मचाया जिसे देखकर दर्शक और खिलाड़ी सभी हैरान रह गए।
आमतौर पर फाइनल हारने के बाद अधिकारी विरोधी टीम को बधाई देते हैं और सम्मानजनक तरीके से प्रस्तुति समारोह पूरा होता है, लेकिन नक़वी ने इसके उलट ट्रॉफी केस को इस तरह पकड़ लिया मानो कोई उनकी निजी चीज़ छीनने की कोशिश कर रहा हो। न तो उन्होंने भाषण दिया और न ही खेल भावना दिखाई, बल्कि पूरे कार्यक्रम को अजीबोगरीब तमाशे में बदल दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने इस घटना को “शर्मनाक”, “अजीब” और “बच्चों जैसी हरकत” बताया। एक कमेंटेटर ने चुटकी ली — “नक़वी ने फाइनल नहीं हारा, बल्कि अपनी इज़्ज़त हार दी।”
सोशल मीडिया पर नक़वी का यह हंगामा तेजी से वायरल हो गया। ट्विटर पर #NaqviNeedsNapTime और #AsiaCupCryBaby जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। एक मीम में नक़वी को स्ट्रोलर में बैठा दिखाया गया, जहाँ वे ट्रॉफी को पकड़े हुए थे और उनके मुँह में पैसिफ़ायर था।
श्रीलंकाई प्रशंसकों ने भी चुटकी लेते हुए लिखा — “हमने मैच जीता और उसने हंगामा।”
भले ही नक़वी का यह कदम किसी कानून का उल्लंघन नहीं था, लेकिन क्रिकेट की गरिमा को ज़रूर चोट पहुँची। पाकिस्तान की टीम ने मैदान पर मेहनत की, उसके प्रशंसकों ने जुनून दिखाया, लेकिन चेयरमैन के इस हंगामे ने पूरे देश की छवि को धूमिल कर दिया।
नक़वी की इस हरकत ने साफ़ कर दिया कि हार को स्वीकार करना भी एक बड़ी कला है, और क्रिकेट केवल ट्रॉफी नहीं बल्कि खेल भावना से जीता जाता है।