छत्तीसगढ़ से जुड़े महादेव सट्टा ऐप घोटाले में बड़ा मोड़ आ गया है। इस घोटाले के मुख्य आरोपी रवि उप्पल, जो पहले यूएई में गिरफ्तार हुए थे, अब वहां से लापता बताए जा रहे हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, दुबई अधिकारियों ने भारत को सूचित किया है कि रवि उप्पल वर्तमान में अनट्रेसेबल (untraceable) हैं।
महादेव ऐप घोटाले का खुलासा होने के बाद से ही, सट्टा कारोबार के सरगना सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पर कई आरोप लगे हैं। जांच एजेंसियों का अनुमान है कि इस ऐप के ज़रिए करीब ₹6,000 करोड़ रुपये का अवैध लेन-देन हुआ था।
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने पहले ही इन दोनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था और कई बड़े बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ से भी पूछताछ की थी जिन्होंने महादेव ऐप के इवेंट्स में हिस्सा लिया था। अब जब रवि उप्पल की लोकेशन अज्ञात है, तो सीबीआई और ईडी ने संयुक्त रूप से नए सिरे से जांच तेज कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार ने यूएई को आधिकारिक प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा था, लेकिन प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही आरोपी गायब हो गया। इस मामले में भारत सरकार ने Interpol के माध्यम से भी जानकारी मांगी है।
राजनीतिक स्तर पर भी इस घोटाले ने गर्मी बढ़ा दी है, क्योंकि हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी एफआईआर में जोड़ा गया है। बघेल ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए सीबीआई पर निशाना साधा है।
जांच एजेंसियों का कहना है कि आने वाले दिनों में कई नए खुलासे संभव हैं।
महादेव ऐप केस अब सिर्फ सट्टेबाज़ी नहीं, बल्कि मनी लॉन्ड्रिंग, अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और राजनैतिक फंडिंग से जुड़ा बहुस्तरीय मामला बन गया है।



