दंतेवाड़ा पुलिस ने नक्सलियों को अवैध हथियार, कारतूस और विस्फोटक सामग्री सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के तार अन्य राज्यों से जुड़े होने की जानकारी सामने आई है। पुलिस लगातार इस नेटवर्क के लोकल लिंक की भी तलाश कर रही है।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज पी. सुन्दरराज (भा.पु.से.) और उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में, पुलिस अधीक्षक गौरव राय (भा.पु.से.) के निर्देश पर बारसूर थाना क्षेत्र में यह कार्रवाई की गई। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने नाकेबंदी कर एक संदिग्ध को पकड़ा, जिसकी पहचान मदन मंडावी के रूप में हुई। उसके पास से 30 नग 315 बोर के राउंड, 20 नग 12 बोर के राउंड और 30 नग डेटोनेटर बरामद हुए।
पूछताछ में मदन मंडावी ने कबूल किया कि वह पिछले पांच-छह वर्षों से नक्सलियों के संपर्क में था और अन्य राज्यों से 9mm पिस्टल, 315 बोर, 12 बोर देसी कट्टा, गोला-बारूद व विस्फोटक सामग्री लाकर दंतेवाड़ा में नक्सलियों तक पहुंचाता था। उसकी निशानदेही पर अनुज सिंह, विनोद ओयामी उर्फ विनोद कश्यप और गोपाल कश्यप को भी गिरफ्तार किया गया। इन सभी ने स्वीकार किया कि वे मिलकर हथियारों की सप्लाई करते थे।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1967, आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आगे की जांच में इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस इस पूरे गिरोह को ध्वस्त करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है।