नई दिल्ली से भोपाल जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक यात्री के साथ सीट को लेकर हुए विवाद के बाद मारपीट की गई। आरोप है कि मारपीट करने वाले लोग झांसी के बबीना से भाजपा विधायक राजीव सिंह परिछा से जुड़े हुए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों और सोशल मीडिया पर वायरल CCTV फुटेज के अनुसार, घटना की शुरुआत उस समय हुई जब विधायक राजीव सिंह परिछा अपनी पत्नी और पुत्र के साथ यात्रा कर रहे थे और उन्होंने एक सहयात्री से सीट बदलने का अनुरोध किया, ताकि उनका परिवार साथ बैठ सके। यात्री ने सीट बदलने से मना कर दिया, जिससे पहले बहस हुई और फिर मामला शांत हो गया।
हालांकि स्थिति तब बिगड़ गई जब ट्रेन झांसी स्टेशन पर रुकी। पीड़ित यात्री राज प्रकाश ने आरोप लगाया कि विधायक के समर्थक बताए जा रहे कुछ लोग ट्रेन में चढ़े और उसे बुरी तरह पीटा। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग उसे मुक्कों और चप्पलों से पीट रहे हैं। उसके चेहरे से खून बहता दिख रहा है और कपड़े खून से सने हुए हैं।
विधायक राजीव सिंह परिछा ने मारपीट से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वे और उनका परिवार तो इस घटना से पहले ही ट्रेन से उतर गए थे। लेकिन पीड़ित का कहना है कि मारपीट करने वाले लोग सीधे तौर पर विधायक से जुड़े हुए थे।
सरकारी रेलवे पुलिस (GRP), झांसी ने बताया कि विधायक की ओर से एक एनसीआर (गैर-दंडनीय रिपोर्ट) दर्ज कराई गई है जिसमें यात्री द्वारा अभद्र भाषा के प्रयोग का आरोप लगाया गया है। वहीं, पीड़ित यात्री ने भोपाल में प्रतिकारात्मक शिकायत दर्ज कराई है।
अब तक किसी भी पक्ष की ओर से एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, लेकिन झांसी स्टेशन और ट्रेन की CCTV फुटेज की जांच जारी है।
घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा है। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। #JusticeForRajPrakash और #VandeBharatSafety जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
राजनीतिक क्षेत्र से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह मांग उठ रही है कि यदि कोई जनप्रतिनिधि या उसके समर्थक कानून को हाथ में लेते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
जांच जारी है और रेलवे प्रशासन व सुरक्षा एजेंसियों पर अब इस मामले को निष्पक्षता से निपटाने का दबाव बढ़ता जा रहा है।
