छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और मुंबई की हाई-प्रोफाइल पार्टियों तक फैले ड्रग्स नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने इंटीरियर डिज़ाइनर नव्या मलिक को गिरफ्तार किया है। मीडिया और जांच एजेंसियाँ अब उन्हें “ड्रग्स क्वीन” कह रही हैं। मामला इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि नव्या के कथित संबंध प्रदेश के शराब कारोबारी परिवार से जुड़े माने जा रहे हैं।
🚨 ऑपरेशन निश्चय में गिरफ्तारी
नव्या मलिक को मुंबई से गिरफ्तार किया गया, जबकि इससे पहले उनके तीन कथित सहयोगी दबोचे गए थे। पुलिस का कहना है कि नव्या पाकिस्तान से हेरोइन, दिल्ली से एमडीएमए मंगाकर रायपुर, मुंबई और दिल्ली की पार्टियों में सप्लाई करती थीं। उनकी दुबई, तुर्की, सिंगापुर और मालदीव की बार-बार की गई यात्राओं ने इस नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय स्वरूप पर और सवाल खड़े किए हैं।
🤝 सोहैब ढेबर से कथित संबंध
नव्या के संबंध रायपुर के शराब कारोबारी परिवार से भी जोड़े जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, वह अक्सर सोहैब ढेबर के करीबी सामाजिक दायरे में देखी जाती थीं। ढेबर परिवार लंबे समय से प्रदेश के शराब कारोबार से जुड़ा रहा है। इस वजह से सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस नेटवर्क को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था।
📱 कथित ब्लैकमेल वीडियो बरामद
पुलिस ने आरोपी अयान परवेज़ के फोन से कई वीडियो बरामद किए हैं, जिनमें नव्या मलिक भी दिखाई दे रही हैं। इन वीडियो को लेकर आशंका जताई जा रही है कि उनका इस्तेमाल सत्ता और प्रभावशाली लोगों को ब्लैकमेल करने में किया गया होगा।
👮 जांच एजेंसियों का सख्त रुख
रायपुर के एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने कहा, “यह सिर्फ ड्रग्स केस नहीं है, बल्कि अपराध, रसूख और प्रभाव के गहरे गठजोड़ की परतें खोलने वाला मामला है।”
📌 न्यायिक हिरासत और अगली सुनवाई
नव्या मलिक और उनकी सहयोगी विद्ही अग्रवाल फिलहाल 15 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में हैं। पुलिस और नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त जांच आगे और बड़े खुलासों की ओर इशारा कर रही है।
इस हाई-प्रोफाइल केस ने छत्तीसगढ़ की राजनीति और समाज दोनों को हिला दिया है। आने वाले दिनों में जांच और गहराएगी और संभव है कि कई और बड़े नाम इस ड्रग्स नेटवर्क की परतों से सामने आएँ।