शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने बच्चों से कहा कि आप अपने जीवन के बहुत महत्वपूर्ण साल की शुरुआत कर रहे हैं। यह शाला प्रवेश उत्सव नटवर स्कूल में मनाया जा रहा है, जो हम सबके लिए एक गौरव और भावुकता का समय है। आज मंच में बैठे कई लोग इस स्कूल से पढ़े हैं और मैं बताना चाहता हूं कि मेरे पिताजी एवं चाचा भी इसी स्कूल से पढ़े हैं। ऐसे ही सबकी यादें इस स्कूल से जुड़ी हुई हैं, यह सबके लिए गर्व का विषय है। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि अगर आप अपने जिंदगी में परिवर्तन लाना चाहते हैं जिससे आपके माता-पिता को सारी सुख-सुविधा एवं मान-सम्मान मिले तो इसका सबसे सहज एवं सरल माध्यम शिक्षा है।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से सारी सुख सुविधा और मान-सम्मान प्राप्त कर सकते हैं। यह आपको इस उम्र में समझने की आवश्यकता है। मैं स्वयं छोटे से गांव बायंग का निवासी हूं। मेरे दादा किसान थे, मेरी मां कम पढ़ी-लिखी हैं, लेकिन उन्होंने मेरी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज आप सभी अच्छे स्कूल और शिक्षकों के बीच पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि हमारे समय में ना तो अच्छे स्कूल थे और न ही पूरे विषयों के शिक्षक। उन्होंने स्कूली पढ़ाई से लेकर आईएएस बनने तक के सफर को साझा करते हुए कहा कि आपके जिले के बायंग गांव का व्यक्ति विभिन्न परिस्थितियों के बाद भी कलेक्टर बन सकता है तो आप हमसे बेहतर जगह पर जा सकते हैं। मन में दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन एवं अपने आप पर भरोसा रखें, दुनिया की कोई भी ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि भारत तेजी से बदलते हुए विकसित राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। इसमें बहुत सारे लोगों को अवसर मिलेगा। हम अपने आप को उस अवसर को लेने के लिए कितना तैयार कर पाते हैं, यह आप पर निर्भर करता है। शासकीय नौकरियों के अलावा अन्य संभावनाएं भी हैं, उसको भी आपको समझना होगा। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चों के अंदर व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, धैर्य का विकास करें तभी वे कठिन से कठिन लक्ष्य पा सकते हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों से कहा कि बच्चों को बेहतर मार्गदर्शन दें। शिक्षकों के हाथ में बच्चों का भविष्य होता है, आप उनको संवार सकते हैं, सभी प्रतिबद्ध होकर कार्य करें।
जिला पंचायत अध्यक्ष का संबोधन
जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल ने नटवर स्कूल में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय में नटवर स्कूल में प्रवेश के लिए लाइन लगी रहती थी और आप सभी सौभाग्यशाली हैं कि यहां आपका प्रवेश हो रहा है। आप सभी दृढ़ निश्चय के साथ मेहनत करें और नटवर स्कूल के साथ ही जिले का नाम रोशन करें।
कलेक्टर का प्रेरणादायक संदेश
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव को संबोधित करते हुए बच्चों से कहा कि सभी बच्चे अच्छे से पढ़ाई करें। उन्होंने कहा कि हमें एक विद्यार्थी की तरह वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी से प्रेरणा लेनी चाहिए, जो आज हमारे बीच उपस्थित हैं और कभी शाला प्रवेश उत्सव में रहे होंगे। उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से एक रास्ता चुना और उस मुकाम पर पहुंचे। यह हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है। विद्यार्थियों के लिए टीचर एक मार्गदर्शक की भूमिका में होता है। बच्चे उनसे जुड़े रहें, उनकी बातों का अनुसरण करें। उन्होंने सभी को मन लगाकर पढ़ने और प्रदेश, देश के साथ विदेश में नाम रोशन करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर श्री गुरूपाल भल्ला, श्री मुकेश जैन, श्रीकांत सोमावार, श्री सुभाष पाण्डेय, श्री विवेक रंजन सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम श्रीमती पूनम सोलंकी, शोभा शर्मा, श्री दीबेश सोलंकी, श्री पंकज कंकरवाल, श्री मुक्तिनाथ बबुआ, श्री नरेश गोरख, श्री डिग्री लाल साहू, श्री सूरज शर्मा, संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर श्री आर.पी. आदित्य, सहायक संचालक शिक्षा संभाग श्री प्रशांत राय, श्री डी.के. वर्मा, श्री जी.आर. जाटवर, श्री मनोज अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी. बाखला, श्री नरेन्द्र चौधरी, श्री के.के. स्वर्णकार, श्री जे.के. राठौर, श्री भूनेश्वर पटेल, श्री आलोक स्वर्णकार, सुश्री तरसिला एक्का उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य श्री राजेश डेनियल ने किया।
प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान
जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर प्रतिभाशाली बच्चों को सर्टिफिकेट, मोमेंटो एवं किताबें प्रदान कर सम्मानित किया गया। सम्मानित बच्चों में प्रतिमा महंत, रमेश सिंह, खुशवेन्द्र टंडन, तेजस्वनी निषाद, रौनक चौधरी, निशि मिश्रा, गरिमा पटेल, तौफेल अंसारी, राखी पटेल एवं रितिका महंत शामिल थे।
डायरिया नियंत्रण के उपाय सिखाए गए
जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में डायरिया नियंत्रण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों को डायरिया नियंत्रण के विधियों की जानकारी दी गई। इस दौरान विभाग द्वारा ओआरएस घोल निर्माण की जानकारी के साथ ही हैंड वॉश करने के तरीके का प्रदर्शन किया गया, ताकि डायरिया को नियंत्रित किया जा सके। इस दौरान वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने स्टॉप डायरिया कैंपेन वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।